मजेदार कहानियाँ: हंसी का तड़का
#### कहानी 1: चूहा और बिल्लियाँ
एक गांव में एक चूहा रहता था, जिसे अपनी चतुराई के लिए जाना जाता था। एक दिन, चूहा सोचा कि क्यों न बिल्लियों के साथ दोस्ती कर ली जाए। उसने एक योजना बनाई।
वह बिल्लियों के पास गया और बोला, “दोस्तों, मुझे पता है कि आप सब बहुत अच्छे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, जो भी मुझसे दोस्ती करेगा, मैं उसे सारा खाना दिला सकता हूँ!”
बिल्लियाँ हैरान हो गईं और बोलीं, “अच्छा, कैसे?”
चूहा बोला, “मैं गांव के सबसे बड़े पत्ते पर बैठा रहूंगा। जब भी खाना आएगा, मैं उसे चिल्लाकर बुलाऊंगा।”
बिल्लियाँ खुशी-खुशी मान गईं और चूहा अपने पत्ते पर बैठ गया। जैसे ही खाना आया, चूहा चिल्लाया, “आओ, आओ! खाना आ गया!”
बिल्लियाँ दौड़ती आईं, लेकिन चूहा उनके सामने चतुराई से कूदकर पत्ते के नीचे छिप गया। बिल्लियाँ चौंक गईं और बोलीं, “यह तो मजाक है!”
चूहा हंसते हुए बोला, “यही तो मैंने कहा था! आप लोगों को समझ नहीं आया!”
#### कहानी 2: पागल भालू
एक जंगल में एक भालू रहता था, जो हमेशा पागलपन की हरकतें करता था। एक दिन, उसने सोचा कि क्यों न पानी में तैरने का मजा लिया जाए। वह नदी के किनारे पहुंचा और जैसे ही उसने पानी में कूदने का सोचा, वह चिल्लाने लगा, “मुझे डूबने का डर है!”
उसके दोस्त, खरगोश और बंदर, उसे देखकर हंसने लगे। खरगोश बोला, “भालू भाई, तुम तो पानी में तैर सकते हो, डर किस बात का?”
भालू ने कहा, “डर है कि मैं तैरना नहीं जानता!”
बंदर बोला, “तुम्हें क्या करना है? बस पानी में कूदो और तैरना शुरू करो!”
भालू ने हिम्मत जुटाई और पानी में कूद गया। लेकिन जैसे ही वह तैरने लगा, वह इधर-उधर भागने लगा। सभी जानवर उसे देखकर हंस रहे थे। अंत में, भालू ने कहा, “देखो, मैं तो तैरने का ऐसा मजा ले रहा हूँ कि जैसे मैं झरने में गिर गया हूँ!”
#### कहानी 3: आलसी आदमी
एक गांव में एक आलसी आदमी रहता था, जिसे काम करने का नाम ही नहीं था। उसकी मां हमेशा उससे कहती, “बेटा, कुछ काम कर लिया करो, नहीं तो तुम्हारी शादी नहीं होगी।”
आलसी आदमी ने जवाब दिया, “मां, मैं शादी कर लूंगा, बस मैं सोच रहा हूँ कि वह लड़की मुझे खुद काम करने के लिए कहेगी।”
एक दिन, उसकी मां ने उसे एक सुंदर लड़की से मिलवाया। लड़की ने कहा, “क्या तुम मेरे साथ मिलकर खेतों में काम करोगे?”
आलसी आदमी बोला, “क्यों नहीं, लेकिन मैं थोड़ा समय लूंगा। मैं अपने ख्यालों में काम कर रहा हूँ।”
लड़की बोली, “ठीक है, मैं तुम्हें कल सुबह बुला लूंगी।”
आलसी आदमी ने सोचा कि अब तो मैं सोऊंगा और कुछ नहीं करूँगा। लेकिन जब सुबह लड़की आई, तो वह उसे देखकर चौंक गया। वह बोली, “तुमने तो कोई काम नहीं किया?”
आलसी आदमी बोला, “काम नहीं किया, लेकिन सोने का एक नया तरीका खोजा है, जिसे ‘आलसी आसन’ कहते हैं!”
#### कहानी 4: गणेश जी की मूर्ति
एक बार की बात है, एक गांव में गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया जा रहा था। सभी लोग गणेश जी की मूर्ति सजाने में लगे थे। एक आदमी ने सोचा कि मैं भी अपनी मूर्ति सबसे सुंदर बनाऊंगा।
वह बाजार गया और एक बहुत बड़ी मूर्ति खरीदी। घर पर पहुंचते ही उसने उसे सजाने का काम शुरू किया। वह रंगीन फूल, रोशनी, और सब कुछ सजाने लगा। उसके पड़ोसी ने पूछा, “तुम इतनी बड़ी मूर्ति क्यों ले आए?”
आदमी बोला, “ताकि सब मुझे देखें और मेरी पूजा करें।”
पड़ोसी ने कहा, “लेकिन तुम्हारी मूर्ति के लिए जगह कहां है?”
आदमी ने कहा, “जगह नहीं है, लेकिन जब गणेश जी आएंगे, तो जगह खुद बन जाएगी!”
त्यौहार के दिन, सभी लोग उसके घर आए और देखकर हंसने लगे। मूर्ति इतनी बड़ी थी कि दरवाजे से निकल नहीं पाई।
आदमी बोला, “कोई बात नहीं, हम सब मिलकर गणेश जी को दरवाजे के बाहर ही पूजा कर देंगे!”
### निष्कर्ष
इन मजेदार कहानियों ने हमें यह सिखाया कि जीवन में हंसी और मजाक होना जरूरी है। कभी-कभी छोटी-छोटी बातें भी हमें हंसाने का मौका देती हैं। हम सभी को चाहिए कि हम जीवन की परेशानियों को हंसते-हंसते दूर करें और खुश रहने की कोशिश करें। हंसी ही एक ऐसा इलाज है, जो सबसे बड़े दुखों को भी भुला देता है!
तो, अगली बार जब आप उदास हों, तो इन कहानियों को याद करें और हंसना न भूलें!