कहानी 1: पागल डॉक्टर
एक बार की बात है, एक गांव में एक पागल डॉक्टर आया। उसने गांववालों को बताया, “मैं सबसे बेहतरीन डॉक्टर हूं। मुझे एक भी मरीज की बीमारी समझने में एक सेकंड नहीं लगता!”
गांववालों ने सोचा कि यह तो बहुत अच्छा है। उन्होंने डॉक्टर को बुलाया और कहा, “हमें तो कुछ बीमारी बताओ!”
डॉक्टर ने पहली मरीज को देखा, जो बुखार से परेशान थी। डॉक्टर ने बिना किसी जांच के कहा, “आपको बुखार है!”
गांववालों ने दंग रहकर पूछा, “आपने कैसे जाना?”
डॉक्टर बोला, “क्योंकि आपकी आंखें लाल हैं और आप पसीना बहा रही हैं!”
दूसरे मरीज ने कहा, “डॉक्टर साहब, मुझे तो सरदर्द है।”
डॉक्टर ने फिर से कहा, “आपको सिरदर्द है!”
गांववालों ने चौंककर पूछा, “आप कैसे जानते हैं?”
डॉक्टर ने मुस्कराते हुए कहा, “क्योंकि आप बार-बार सिर पकड़े हुए हैं!”
सभी गांववाले डॉक्टर की बातों पर हंस रहे थे। फिर एक आदमी ने कहा, “डॉक्टर साहब, क्या आपकी कोई खास दवा है?”
डॉक्टर ने कहा, “हाँ, जब भी कोई बीमार होता है, उसे एक टॉफी दे दो। इससे उसे लगेगा कि वह ठीक हो गया है!”
गांववालों ने हंसते-हंसते डॉक्टर को बाहर निकाल दिया और कहा, “तुम तो सच में पागल हो!”
#### कहानी 2: आलसी पति
एक बार एक आलसी पति अपनी पत्नी से कहता है, “मेरे लिए चाय बना दो।”
पत्नी बोली, “तुम खुद क्यों नहीं बना लेते?”
पति ने कहा, “अरे, मुझे तो चाय बनाने का कोई अनुभव नहीं है!”
पत्नी ने झुंझलाकर कहा, “तुम तो रोज चाय पीते हो, तुम्हें कैसे नहीं पता?”
पति बोला, “मैं सिर्फ पीता हूं, बनाना नहीं जानता!”
पत्नी ने सोचा, “ठीक है, मैं तुम्हें सिखा दूंगी।”
उसने चाय बनाने का सामान बाहर निकाला। पति ने सब देखकर कहा, “अरे, इतनी मेहनत करनी पड़ेगी क्या? मैं तो चाय पीने का आदमी हूं, बनाने का नहीं!”
पत्नी ने कहा, “तुम्हें तो चाय बनाने आनी चाहिए।”
पति बोला, “मैं सोच रहा था कि तुम मेरी चाय बना दो और मैं तुम्हारे लिए कुछ काम कर दूंगा।”
पत्नी ने कहा, “अच्छा, तो तुम काम करोगे क्या?”
पति ने तुरंत कहा, “हाँ, मैं तसल्ली से टीवी देखूंगा!”
पत्नी ने कहा, “तुम तो आलसी हो, कभी भी काम नहीं करोगे!”
#### कहानी 3: पागल गधा
एक गांव में एक पागल गधा रहता था। वह हमेशा गांव वालों को परेशान करता था। एक दिन, गधा सोचने लगा, “अगर मैं भी इंसान की तरह बोलूं, तो शायद लोग मुझसे डरेंगे।”
गधा ने सोचा, “चलो, आज मैं जोर से हंसूंगा।” उसने पूरे गांव में जाकर हंसने की कोशिश की। लेकिन उसका हंसना सुनकर गांव वाले और भी हंसने लगे।
गधा परेशान होकर बोला, “अरे, मैं तो डराने आया था!”
गांव वाले बोले, “तू हमें डरेगा? हम तो तुझे देखकर हंस रहे हैं!”
गधा ने फिर एक नया प्लान बनाया। उसने सोचा, “अगर मैं हंसी के बजाय भौंकूंगा, तो लोग मुझसे डरेंगे!”
उसने जोर से भौंकना शुरू किया, “भौं-भौं!” लेकिन गांव वालों ने फिर से हंसना शुरू कर दिया।
एक गांव वाला बोला, “तू भौंकने का भी सही तरीका नहीं जानता!”
गधा अब और भी गुस्से में आ गया और बोला, “मैं गधा हूं, मुझे इंसान नहीं बनना!”
तब गांव वाले बोले, “सच में, तू गधा ही अच्छा है!”
#### कहानी 4: मुर्गी की समझदारी
एक बार की बात है, एक मुर्गी गांव में रहने आई। वह बहुत समझदार थी। सभी जानवर उसकी समझदारी के बारे में सुनते थे।
एक दिन, मुर्गी ने सोचा, “क्यों न मैं अपने लिए एक दोस्त बना लूं?” उसने गांव के सभी जानवरों से दोस्ती करने की कोशिश की, लेकिन कोई उसे गंभीरता से नहीं ले रहा था।
तभी एक दिन, उसने एक गधे से दोस्ती की। गधा बोला, “तुम क्या करोगी? मैं तो सिर्फ चरता हूं और सोता हूं!”
मुर्गी ने कहा, “मैं तुम्हें कुछ सिखाऊंगी।”
गधे ने पूछा, “क्या?”
मुर्गी बोली, “अगर तुम मुझसे दोस्ती करोगे, तो मैं तुम्हें अंडे देने का तरीका सिखाऊंगी।”
गधा हैरान हुआ और बोला, “क्या तुम मुझसे अंडे देने का तरीका सिखा सकती हो?”
मुर्गी ने कहा, “हाँ, बस ध्यान से देखो।”
गधा बोला, “ठीक है, मैं देखूंगा।”
मुर्गी ने अपने अंडे देने की प्रक्रिया दिखाई। गधा बोला, “वाह! यह तो बहुत आसान है। मैं भी कोशिश करूँगा!”
लेकिन जब गधा कोशिश करने लगा, तो वह बस गिरता और गिरता रहा। सभी जानवर हंसने लगे और बोले, “गधे भाई, तुम तो मुर्गी बनने की कोशिश कर रहे हो!”
गधा बोला, “अरे यार, मैं बस समझना चाहता था!”
#### कहानी 5: चूहा और बिल्ली
एक बार एक चूहा और एक बिल्ली दोस्त बन गए। चूहा हमेशा बिल्ली से डरता था, लेकिन उसने सोचा, “अगर मैं इसे दोस्त बना लूं, तो मैं सुरक्षित रहूंगा।”
चूहा बोला, “बिल्ली भई, हम दोस्त बन सकते हैं?”
बिल्ली हंसते हुए बोली, “तुम्हें मुझसे दोस्ती करके क्या मिलेगा?”
चूहा बोला, “मैं तुमसे डरता नहीं, मैं तुमसे दोस्ती करना चाहता हूं।”
बिल्ली ने कहा, “ठीक है, लेकिन तुम मुझे खाना नहीं चुराना सिखाना।”
चूहा बोला, “मैं तो तुम्हारे लिए सबकुछ करूँगा।”
बिल्ली और चूहा दोस्त बन गए। लेकिन एक दिन, चूहा गिलास में गिर गया। वह चिल्लाने लगा, “बिल्ली, मुझे बचाओ!”
बिल्ली बोली, “तुम तो मेरे दोस्त हो, लेकिन मैं तुम्हें कैसे बचाऊं?”
चूहा बोला, “मैं तुम्हारे साथ हूं, तुम्हें तो मदद करनी होगी!”
बिल्ली बोली, “तुम तो खुद ही चूहा हो, मैं तुम्हें क्यों बचाऊं?”
चूहा बोला, “क्योंकि हम दोस्त हैं!”
#### निष्कर्ष
इन मजेदार कहानियों ने हमें यह सिखाया कि हंसी में सबसे बड़ी ताकत होती है। कभी-कभी, हंसी ही हमारी परेशानियों का सबसे अच्छा इलाज होती है। तो जब भी आप उदास महसूस करें, इन मजेदार कहानियों को याद करें और एक अच्छी हंसी का मजा लें! हंसते रहिए, क्योंकि हंसी ही जीवन का सबसे बड़ा आनंद है!